पर्यावरण और मानव जीवन के बीच एक अटूट रिश्ता- रोशनी श्रीवास्तव


बस्ती/ विश्व पर्यावरण दिवस को मनाने का मकसद लोगों में पर्यावरण के प्रति जागरुकता पैदा करना है. प्रकृति के प्रति अपना आभार व्यक्त करने के लिए विश्व पर्यावरण मनाया जाता है. पर्यावरण और और मानव जीवन के बीच एक अटूट रिश्ता है. प्रकृति ने इंसानों को सब कुछ दिया है, हालांकि प्रकृति के प्रति मनुष्य अपनी जिम्मेदारी भूल चुके है. नतीजा यह है कि आज विश्व प्रदूषित पर्यावरण और प्राकृतिक आपदाओं के प्रकोप को झेल रही है. पिछले कुछ सालों में वैज्ञानिकों ने पर्यावरण की गंभीर गिरावट को महसूस किया है.  यह बातें विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर विश्व युवक केंद्र नई दिल्ली के सहयोग से युवा विकास समिति द्वारा प्रेस क्लब बस्ती में आयोजित सेमिनार और वर्कशॉप में मुख्य अतिथि क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारी रोशनी श्रीवास्तव नें कही. उन्होंने कहा की संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम के दिशा निर्देशों के तहत पूरे दुनियां में इस साल  “प्लास्टिक प्रदूषण के समाधान” के समाधान पर केन्द्रित कार्यक्रम आयोजित किये जा रहें हैं इसे में हमें एकजुट होकर प्लास्टिक उपयोग में कमी लाने को संकल्पबद्ध होना होगा.


विशिष्ठ अतिथि बाल संरक्षण अधिकारी वीना नें कहा की विश्व पर्यावरण दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य दुनिया भर के लोगों में पर्यावरण प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन, ग्रीनहाउस प्रभाव, ग्लोबल वार्मिंग, ब्लैक होल प्रभाव आदि के बारे में जागरूक करना है.


चिकित्सा अधिकारी लक्ष्मी सिंह नें कहा की प्लास्टिक प्रदूषण को कम करने के लिए बेहतर कदम उठाना और पर्यावरण को प्लास्टिक मुक्त बनाना क्योंकि प्लास्टिक पर्यावरण के साथ साथ जीव जंतुओं और मनुष्य को बहुत नुकसान पहुंचाता है,


डॉ नवीन सिंह ने कहा की इसके उपयोग से न केवल पर्यावरण पर प्रभाव पड़ता है बल्कि अनेक प्रकार की बिमारियां उत्पन्न होती है,साथ ही प्लास्टिक से जल और हवा में भी प्रदूषण फैलता है.


राजकीय कन्या इंटर कालेज की प्रधानाचार्य नीलम सिंह नें कहा की हमें प्लास्टिक के उपयोग को कम करने  के साथ प्लास्टिक को रिसाइकिल करने के साथ प्लास्टिक को खत्म पूरी तरह से ख़त्म करने के समाधान पर जोर देना होगा.


योगाचार्य सन्नो दूबे नें कहा की पर्यावरण दिवस 2023 की थीम प्लास्टिक प्रदूषण को मात दे रही है। इस लिए हमें स्वयसेवक के तौर पर इसमें प्रतिभाग करना चाहिए.


रीता पाण्डेय नें कहा की पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए कम्पोस्ट का पुनर्चक्रण करें ,पानी का संरक्षण करें और कम ऊर्जा का उपयोग करें.


अनूप पाल नें कहा की पर्यावरण की संस्रक्षण के लिए अधिक लोगों को शिक्षित करें और पर्यावरण के मुद्दों के बारे में अपने दोस्तों, परिवार और सहकर्मियों से बात करें और उन्हें कार्रवाई करने के लिए प्रोत्साहित करें.


अंत में युवा विकास समिति के सचिव बृहस्पति कुमार पाण्डेय नें उपस्थित लोगो को बताया की इस साल विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर 15 दिवसीय जागरूकता अभियान की शुरुआत की जा रही है जिसमें प्लास्टिक के उपयोग में कमी लाने पर विशेष जोर दिया जायेगा. जिसके विश्व युवक केंद्र नई दिल्ली और युवा विकास समिति द्वारा संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम के दिशानिर्देशों को ध्यान में रख कर किया जाएगा. इस अभियान के तहत गोष्ठी, सेमिनार, वर्कशॉप, पेंटिंग प्रतियोगिता, वन भ्रमण, और पौध रोपण जैसे कार्यक्रम आयोजित होंगे।.


कार्यक्रम के अंत में लोगों को फलदार पौधे जिसमें आम, लीची, अमरुद, आंवला, इत्यादि के लगभग 200 पौधे भी वितरित किये गए. इस मौके पर अवधेश पाण्डेय, प्रशांत, जय प्रकाश उपाध्याय, रीता पाण्डेय, माधुरी, धर्मेन्द्र कुमार पाण्डेय, प्रशांत, सहित अनेकों लोग मौजूद रहे.